ओंकार ज्योति गोरख नाथ अवतार नही साक्षात भगवान शिव है शिवगोरक्ष देवी पार्वती के अहंकार को नष्ट करनेके लिए भगवान् शिव गोरख स्वरूप में प्रकट हुए और फिर नाथ संप्रदाय में गुरु शिष्य का संबंध स्थापित करनेके लिए अपने ही शिष्य मछिंद्रनाथ बनकर नाथ संप्रदाय कलियुग में मनुष्यो के उद्धार के लिए योग का उपदेश दिया