छन्दोरचना ४१६ अङ्गरुचि ४१७ चन्द्रिका ४१८ ओकरूप ४१९ बधिरा ४२० ईसमता ४२१ कुमुदनिभा ४२२ सुवक्त्रा पीडीएफ सुरेशभट इन च्या सौजन्याने Ruy:R [- | ܟ ܚ - ܟ ܟ - ܐ ܟ ܚ - ܟ ܟ - [] [- ܐ -- - ܟ - ܟ ܐ - ܟ ܚ ܟ ܚ ܝ ܚ ܐ ] [ --! -- ن -- س --- lں ں ------I]] [----- ن -- ن -- lں ں -----ں نl] [-- l --ں -- س --- ا ب س --- س ن -- I] [--- l -- س --ں ----- س ن ں ں ں I] - ma W m *- ma ܐ ܝ ܚ - ܚ ܝ ܚ ܝ | ] ४२३ “चारु 'चन्द्रिका [। ५ ५ ५ ५ ५ ५ -। - ७ - ७ - । -] ४२४ कलिका YRUk “महर्षि” ४२६ नवशालिनी ४२७ नवमालिनी ४२८ रोचक Y R& **प्रतिष्ठित ?? ४३० सारणी [- | - ܚ ܢܝ -- -- ܐ -- - ܚ ܟ - | ] [- | - ܢ ܝ ܟ ܝ ܚ ܚ | ܟ ܠܐ -- -- - |] [--!-- س ن ں ۔ ں S SI-- ں ں -- \ ] [~- I --- ن ں ں --- سSS l -- ب س ن ں !] [--------ںl - Sں ں ----ں ں ----I]] [-- S --ں ---- I -- س ن ں -- یl] {-lںS ------ب ں SI -- س -- س ن I] ४३१ ‘सु”रति असें पाहिजे[। ० ० -- ५ ७ ।। ५ ० ० ० ० - ऽ। -] ४३२ मोहप्रलाप ४३३ भ्रमरावलि ४३४ व्लन ४३५ * ॐडुपथ ? [ - | ܢ ܢ - ܢ ܢܝ -- ܐ ܢ ܢܝ -- -- - | - ] [--- {ں س -- س ن -- س ن -- ن ں --- ا ن ں ] [---- س ن -- ب س - ب س نہ --- ب --] [-| ܢܝ ܚ ܢ ܚ ܢܝ ܚ - | ܢ ܢ ܢ - ܚ - | ܢܝ ܚ ܢ ܟ ] ४३६ “सुरसरिता” ] - ܚ ܢܝ ܟ ܟ ܝ - ܟ ܐ ܢ ܟ ܚ - ܢܢ - | ܟ ܟ |-[ éqT ४१० मौ मू*रूपोन्मत्ता”; रूपमाला (प्रांपै २/८८). ४११ नौ सौ गौ विभ्रमा (भ ३२/१६८). ४१२ म्भौ स्गौ गूपीनश्रोणी वा रुचिरविचित्रा (भ ३२/२०२). ४१३ र्यन्या: कुमुदिनी (हे २/१८६), कुमुदप्रभा (भ १५/५६ कुमुदनिभा भ १५/५७ गाप्राप्रमा), पण झुदाहरणांत कुमुदवती आहे. भरताचें झुदाहरण पाहतां मोडणी [ । - ७ - ७ । -ऽऽ- ! • • • ७ - । -] अशी भ्रष्ड्ङ्गावर्तनी बरी वाटते. सहाव्या अक्षरानन्तर
पान:छन्दोरचना.djvu/179
या पानाचे मुद्रितशोधन झालेले नाही